Cancer Health 2015
- 02 December 2014
भाद्रपद मास को भादो के नाम से भी जाना जाता है, भाद्रपद मास हिन्दू पंचांग का छठा मास होता है, भाद्रपद मास अंग्रेजी कैलेंडर के जुलाई या अगस्त महीने में प्रारंभ होता है | इसका प्रारंभ रक्षा-बंधन के अगले दिन से होता है |
कजरी तीज, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, हरितालिका-तीज, अनंत-चतुर्दशी
इस मास में जन्म लिए हुए जातक उदार विचारों वाले तथा विशाल ह्रदय के होते हैं |
ये विश्वसनीय, कर्ताव्य पालक, दूसरों की सहायता करने वाले तथा सफल व्यापारी होते हैं |
महत्वपूर्ण कार्यों का यह बड़ी योग्यता के साथ संपादन कर सकते हैं, परन्तु कभी कभी सनक में आ कर असाध्य कार्यों को भी प्रारंभ कर बैठते हैं |
ये लोग कभी बेकार नहीं बैठते हैं |
आर्थिक दृष्टि से प्रायः संपन्न रहते हैं | इनका विवाह शीघ्र ही हो जाता है |
भाग्योदय 22 वर्ष के बाद होता है | संतान सुख मध्यम होता है | शारीरिक स्वास्थ्य सामान्य रहता है |
शीतजन्य रोगों का भय अधिक होता है |
इनका दाम्पत्य जीवन सुखमय बीतता है तथा मित्रों की संख्या कम होती है परन्तु मित्र सच्चे होते हैं |
भाई-बंधुओं से प्रायः द्वेष रहता है |