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- 16 September 2013
श्री यन्त्र
कलियुग में माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे सरल माध्यम है "श्री यन्त्र "
श्री यन्त्र यदि शुद्ध है और शुभ मुहूर्त में विधिवत प्रतिष्टा, पूजन किया गया है तो यह माता लक्ष्मी की विशेष कृपा देता रहता है |
माता लक्ष्मी की कृपा से धन के स्त्रोत बढ़ते हैं, आने वाली मुसीबतों से मुक्ति मिलती है, धन में निरंतर वृद्धि होती है |
श्रीयंत्र :
श्री यन्त्र को धनदाता और सर्वसिद्धि दाता कहा गया है | श्री यन्त्र की रचना ताम्बे, चाँदी या सोने के पत्र या स्फटिक पर की जा सकती है |
ताम्बे वाला श्री यन्त्र = एक वर्ष तक प्रभावी रहता है |
चाँदी वाला श्री यन्त्र = दस वर्षों तक प्रभावी रहता है |
सोने व स्फटिक का श्रीयंत्र = शत (१००) वर्षों तक प्रभावी रहता है |
नोट : श्रीयंत्र कोई भी हो प्रत्येक वर्ष दीपावली पर इसके निमित्य पूजन हवन अवश्य होना चाहिए इस से पूर्णरूप से कार्य करता रहता है या कहिये रिचार्ज हो जाता है |
शास्त्रों के अनुसार स्फटिक या स्वर्ण पत्र पर शुभ मुहूर्त में अंकित श्री यन्त्र सर्वोत्कृष्ट होता है यह एक अत्यंत चमत्कारी यन्त्र है, किन्तु इसके चमत्कारी फलों को प्राप्त करने के लिए जरुरी यह है कि इसका निर्माण, इसकी स्थापना, पूजन प्रतिष्टा शुद्ध मुहूर्त में विधि विधान से निष्ठापूर्वक की जाय |
हमारे यहाँ "एस्ट्रो प्रयाग शोध समिति" में स्फटिक का श्रीयंत्र निर्माण से प्रतिष्ठा तक मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा जाता है, और प्रतिष्ठा योग्य पुरोहितों द्वारा करवाई जाती है |
माता लक्ष्मी आप पर कृपा बरसाएं .....